Bhagya Varta
Rudraksh
 1 Mukhi Rudrakhsa
 2 Mukhi Rudrakhsa
 3 Mukhi Rudrakhsa
 4 Mukhi Rudrakhsa
 5 Mukhi Rudrakhsa
 6 Mukhi Rudrakhsa
 7 Mukhi Rudrakhsa
 8 Mukhi Rudrakhsa
 9 Mukhi Rudrakhsa
 10 Mukhi Rudrakhsa
 11 Mukhi Rudrakhsa
 12 Mukhi Rudrakhsa
 13 Mukhi Rudrakhsa
 14 Mukhi Rudrakhsa
 15 Mukhi Rudrakhsa
 16 Mukhi Rudrakhsa
 17 Mukhi Rudrakhsa
 18 Mukhi Rudrakhsa
 19 Mukhi Rudrakhsa
 20 Mukhi Rudrakhsa
 21 Mukhi Rudrakhsa
 
 
४ मुखी रुद्राक्ष
 
– चार मुखी रुद्राक्ष को अंग्रेज़ी मे Four mukhi,Char mukhi और Four Face rudraksha beads कहा जाता है! चार मुखी रुद्राक्ष भगवान ब्रह्मा के प्रतिक है !
 
ये रुद्राक्षम 75; भगवान ब्रह्मा और माता सरस्वति के साधिन्य रहता है ! भगवान ब्रह्मा ये संसार के सृष्टिकर्ता ; है और भगवान ब्रह्मा संसारमे निर्माता का भुमिका और कार्य सम्हालते है ! सरस्वति माता बिद्या,सभ्य ,शिष्ट के प्रतिक है ! सभी रुद्राक्ष भगवान शिव हि है और चार मुखी रुद्राक्ष मे भगवान शिव ‘ब्रह्मा देव और माता सरस्वति’ के साथ् बिराजमान होते है ! चार मुखी रुद्राक्ष सम्पूर्ण कार्य मे सिद्ध प्राप्ति हासिल कराएगा!चार मुखी रुद्राक्ष मे मात्र चार धार होता है! चार मुखी रुद्राक्ष आसानी से मिल जासकता है और ज्यादा रकम खर्च नही होगा !चार मुखी रुद्राक्ष मे येदी चार से ज्यादा और कम धारी हुवा तो ये रुद्राक्ष को चार मुखी रुद्राक्ष नही कहलाता है और दुसरा अन्य मुखी उसमे हुवा धार से कहलाता है !  चार मुखी रुद्राक्ष येदि छोटा ,बडा ,चेप्टा और किसी भी आकार और आकृति हो लेकिन असली चार मुखी रुद्राक्ष मे मात्र प्राकृतिक चार धार होना चाहिए !