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२ मुखी
रुद्राक्ष |
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दो मुखी
रुद्राक्ष
को
अंग्रेज़ी
मे Two
mukhi,Do mukhi और Two Face rudraksha
beads कहा जाता है!
दो मुखी
रुद्राक्ष
भगवान
शिवपार्वती
के प्रतिक हे ! |
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ये
रुद्राक्ष
शिवपार्वती
का
“अर्धनारेश्ë
7;र” रुप हे !
अर्धनारेश्
57;र
रुपको
शिवपार्वती
विराजमान
हुवा
हुवे
एक रुप कहते
है !इसलिए दो
मुखी
रुद्राक्ष
को
शिवपार्वती
जप करने और
पुजा
करने से
धारणकर्ता
से
शिवपार्वती
खुस रहते है !
दो
मुखी
रुद्राक्ष
गले मे पहनने
से पहले
“शिवपार्वती
मन्त्र”
और
“दो मुखी
रुद्राक्ष
मुल
मन्त्र”
जप और
स्तुति करने
से
शिवपार्वती
सदैव
धारणकर्ता
से खुस रहते
है !दो
मुखी
रुद्राक्ष
मे मात्र दो
(धार//लाइन)
होता है ! दो
मुखी
खासकर
ज्यादा
दुर्लभ नही
होता लेकिन
ये साधारण
रुद्राक्ष
के तुलना मे
महगा
हि
होता है ! ये
रुद्राक्ष
नेपाल एक
मुखी
रुद्राक्ष
की
तुलना मे
मेहेगा नही
होता है
और
हमारे दोकान
और किसी भी
नेपाल
के
रुद्राक्ष
दोकान
मे
खरिद्ने के
लिए
मिलजाएगा !
दो मुखी
रुद्राक्ष
मे दो
से
कम
और ज्यादा
(धार//लिने)
हुवी
तो ये
रुद्राक्ष
को दो मुखी
रुद्राक्ष
नही कहलाता
है !ये
रुद्राक्ष
मे केवल हात
और आख
से
गिन्ने मे
मुस्किल नही
होने वाली
दो धार हि
होता है !
रुद्राक्ष
का मुखी जैसे
एक
,दो,तिन,चार,
पन्द्र,बिस,च
2380;ध और
किसी
भी
रुद्राक्ष
हो वो
रुद्राक्ष
मे जित्ने
धार
हुवा
उस
रुद्राक्ष
को वोही
नाम
दिया जाता है
उदाहरण के
लिए ५ धार
होने से उस
रुद्राक्ष
को पाँच मुखी
रुद्राक्ष
कहते है !
दुसरा
उदाहरण है
केवल ठीक सात
धार
वाला
रुद्राक्ष
को “सात मुखी
रुद्राक्ष”
कहते है !
अन्त मे
दो
मुखी
रुद्राक्ष(Two mukhi
Rudraksha) – दो
मुखी
रुद्राक्ष
छोटा,बडा,लम्
2348;े,चेप्टा,गोल
;ा
और किसी भी
आकार का हो इस
रुद्राक्ष
मे दो धार
हि
होना
चाहिए!
दो धार से
ज्यादा और कम
नही होना
चाहिए ! |
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